
इस मुसीबत का मुक़ाबला करने के लिए जिसने सबसे ज्यादा हौसला दिखाया, वो है इंडियन एयर फ़ोर्स के जांबाज़ जूझारू सिपाही जो दिन- रात उत्तरा खंड में फसें लोगो को अपनी जान पर खेल कर बचा रहे है.... बिना थके ... बिना रुके ..... अपने इस नेक मिशन को पूरा करने में लगे हुए हैं
अपने साथी सिपाहियों के हेलीकाप्टर क्रैश में मारे जाने के बाद भी उनके हौसलों में कोई कमी नहीं आयी है , उनकी आखों में भी अपने साथियों को खो देने का ग़म है लेकिन फिर भी वो अपना फ़र्ज़ नहीं भूले हैं ।
और दूसरी तरफ हैं हमारे देश के गैर ज़िम्मेदार नेता .... जिन्हें अपने फायदे के अलावा कुछ और सूझता ही नहीं है ....... बहुत अफ़सोस होता है , बहुत शर्म आती है ....... अपने देश के ऐसे नेताओ पर .....जिन्हें जनता के दुःख से कोई लेना देना ही नहीं है , ये देश की बेहतरी के लिए क्या करेंगे .... ऐसी दुःख की घड़ी में भी सियासत करने से बाज़ नहीं आ रहे हैं .... कौन सी पार्टी ने लोगों को बचाया , इसका श्रेय .... लूटने में लगे है ... इन्हें देश के बारे में सोचने की फ़ुर्सत कहां है?


अरशिया ज़ैदी