शिकस्त के फायदे

जैसा की हम सब जानते है .... मशहूर ब्रिटिश राइटर जे . के रौलिंग उस हस्ती का नाम है .... जिन्होंने हैरी पौटर सिरीज़ लिख कर पूरी दुनिया के नौजवान बच्चो को अपना दीवाना बना रखा है .अब तक हैरी पौटर सिरीज़ 67 भाषाओ में translate की जा चुकी है.
कामयाबी की ये दास्ताँ सुन कर कितना अच्छा लगता है ना ...! लेकिन हमारे लिए यहाँ इस बात को समझना बेहद ज़रूरी है की ये ऊचाईयां उन्हें रातो -रात हासिल नहीं हुई है, .......उन्हें तमाम ऊचें - नीचें रास्तो से गुज़ारना पड़ा तब जाकर उन्हें ये कामयाबी मिल सकी.
कामयाबी की ये दास्ताँ सुन कर कितना अच्छा लगता है ना ...! लेकिन हमारे लिए यहाँ इस बात को समझना बेहद ज़रूरी है की ये ऊचाईयां उन्हें रातो -रात हासिल नहीं हुई है, .......उन्हें तमाम ऊचें - नीचें रास्तो से गुज़ारना पड़ा तब जाकर उन्हें ये कामयाबी मिल सकी.
उनका मानना है की हर इंसान की जिंदिगी में एक ऐसा वक़्त आता है ....जब उसे शिकस्त का सामना करना पड़ता है ..... . चाहे किसी के पास कितना भी पैसा हो , बड़ी - से बड़ी डिग्रीयां हो या कितना भी अच्छा करियर क्यों न जा रहा हो.
ऐसा ही एक दौर उनकी जिंदिगी में तब आया, जब उनकी शादी टूट रही थी , उनके ऊपर एक बेटी की ज़िम्मेदारी थी, रहने के लिए अपना घर नहीं था ,वो एकदम बेरोजगार और अकेली थी . उस वक़्त उन्हें लगा था की वो अपनी जिंदिगी की सबसे बड़ी शिक़स्त का सामना कर रहीं है .
ऐसा ही एक दौर उनकी जिंदिगी में तब आया, जब उनकी शादी टूट रही थी , उनके ऊपर एक बेटी की ज़िम्मेदारी थी, रहने के लिए अपना घर नहीं था ,वो एकदम बेरोजगार और अकेली थी . उस वक़्त उन्हें लगा था की वो अपनी जिंदिगी की सबसे बड़ी शिक़स्त का सामना कर रहीं है .
लेकिन उस मुश्किल वक़्त में भी...... नाकामी और शिक़स्त उनके
लिए क्या मायने रखती है.... ये तय करने का हक़ उन्होंने अपने पास ही
रखा .... हांलाकि लोगो ने उन पर अपने -अपने नज़रिए से शिकस्त के
मायने थोपने की कोशिश ज़रूर की, लेकिन उन्होंने किसी की बात का
कोई असर नहीं लिया ... लोगो की बातो से बिना confuse हुए हार
की अहमियत को समझा .... और दिलचस्प बात ये है.... उन्हें अपनी
जिंदिगी की सबसे बड़ी हार में भी बेशुमार फायदे नज़र आये.
अपनी हार में पहला फायदा उन्हें ये नज़र आया की वो ज़मीनी हकीक़त से रूबरू हुई .... उन्होंने इस सच्चाई को क़ुबूल किया की उनकी शादी-शुदा जिंदिगी खुशहाल नहीं थी...इसलिए उनकी शादी का टूट जाना ही बेहतर था. और उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा ... और अपनी सारी energy अपने काम में लगा दी ... उन्होंने वो करने की ठानी जो वो हमेशा से करना चाहती थी .... और यही वो लम्हा था जब उनके दिल के सारे डर निकल गए .....उनके पास उनकी बेटी थी जिसे वो बेहद प्यार करती थी.... एक अपना टाइप राइटर था ... जिसकी मदद से उन्होंने दिमाग़ में आये एक शानदार आईडिया... को पन्नो पर उतारना शुरू कर दिया... और तब उन्हें अपनी इस खूबी का अहसास हुआ की की उनके अंदर शिद्दत से अपना काम करने की सच्ची लगन है , discipline है... और वक़्त की कीमत का अहसास है .
अपनी हार में पहला फायदा उन्हें ये नज़र आया की वो ज़मीनी हकीक़त से रूबरू हुई .... उन्होंने इस सच्चाई को क़ुबूल किया की उनकी शादी-शुदा जिंदिगी खुशहाल नहीं थी...इसलिए उनकी शादी का टूट जाना ही बेहतर था. और उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा ... और अपनी सारी energy अपने काम में लगा दी ... उन्होंने वो करने की ठानी जो वो हमेशा से करना चाहती थी .... और यही वो लम्हा था जब उनके दिल के सारे डर निकल गए .....उनके पास उनकी बेटी थी जिसे वो बेहद प्यार करती थी.... एक अपना टाइप राइटर था ... जिसकी मदद से उन्होंने दिमाग़ में आये एक शानदार आईडिया... को पन्नो पर उतारना शुरू कर दिया... और तब उन्हें अपनी इस खूबी का अहसास हुआ की की उनके अंदर शिद्दत से अपना काम करने की सच्ची लगन है , discipline है... और वक़्त की कीमत का अहसास है .
दूसरा, उन्हें इस बात का भी अहसास हुआ की उनके पास फॅमिली और अच्छे दोस्तों का ज़बरदस्त moral support है जिसकी वजह से उस बुरे दौर में भी उनका आत्म विश्वास कभी नहीं डगमगाया और वो अच्छे से अच्छा काम करती रहीं .
"हार हमें खुद को पहचान पाने का सुनहरा मौक़ा देती है..... इसलिए जब - जब जिंदिगी में हार का सामना करना पड़े तब घबराएं नहीं और अपने अंदर झाँक कर अपनी असली ताक़त को पहचाने और उसका भरपूर फायदा उठाएं."
अरशिया ज़ैदी
अरशिया ज़ैदी
1 comment:
ur article is inspiring ,motivating ,offcourse to understand real difficulties in life to adjust and understand i feel it a 4 star article
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