25 Feb 2012

A New Dawn.......

                                       एक नई सुबह 
 शादी मुबारक...ये मुबारकबाद है गुजरात के वाडिया गावं की उन लड्कियो के लिए,जो 11 मार्च 2012 को एक नया इतिहास रचने वाली है.Prostitution के लिए बदनाम इस गावं की 15 मासूम लड्कियो को Prostitution के पुश्तैनी कारोबार से निकाल कर उनकी शादी करवाई जा रही है.... वो भी एक साथ....एक ही  मंडप में. इस नेक काम को अंजाम दिया है विचार्थी जाति समुदाय समर्थन मंच नाम की एक NGO ने...जिसने उन लाखो लडकियों को एक उम्मीद की किरण दी है जो इस अँधेरे भरी जिंदिगी  से निकलना चाहती है.
यूं तो भारत की आज़ादी के 65 बरस बीत चुके है. लेकिन इस गावं  की लड़कियों को  सही माएने  में आज़ादी अब नसीब हो रही है.कहा जाता है  की सालो से,इस ग़ाव की लड़कियों को ज़बरदस्ती Prostitution के  कारोबार में धकेला जाता रहा है.इनकी कमाई से इनके घर के चूल्हे जलते रहे है और इनके घर के मर्द ठाट से अपनी जिंदिगी गुज़ारते रहे है.
Red Light Zone,Prostitution .....ये लफ्ज़ ऐसे है जिनके बारे में आम तौर पर  हम बात नहीं करना चाहते .. या फिर करते भी है तो बेहद ढके छुपे अंदाज़ में.उन लड़कियों को बेहद गिरी हुई नज़र से देखा जाता है जो जिस्म फरोशी के इस कारोबार में रहकर अपनी रोज़ी रोटी कमा रही हैं.  
एक लम्हे के लिए भी हम रुक कर.........ये नहीं सोचते की इस तरह की जिंदिगी जीने के पीछे उनकी क्या मजबूरियां रही होंगी? 
आम तौर पर कोई भी लड़की जान बूझ कर तो इस गन्दी दलदल में नहीं आना चाहेगी...जिस पर बीतती है,शायद वही जान पाता है.इसके लिए कई बार तो उनके घर के हालात,माँ-बाप का बर्ताव ज़िम्मेदार होते है तो कभी जानलेवा भूखमरी और ग़रीबी उन्हें तोड़कर रख देती है जिसके चलते वो कुछ ऐसे लोगो की झूटी हमदर्दी के शिकार हो जाती हैं जो उनकी मजबूरी का फायदा उठाना चाहते है.और जब उन्हें असलियत का पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है.
कही न कही इनके लिए हमारा रवैया और हमारी सोच भी ज़िम्मेदार रही  है.अगर इस ज़िल्लत भरी जिंदिगी से निकलने के लिए कोई लड़की हमारी तरफ हाथ बढ़ाये, तो हम पहले तो उसकी मदद ही नहीं करते और कभी मदद करना भी चाहें तो बदनामी का डर हमें रोक देता है.
शुक्र है इस NGO का,जिसने एक बेहद अच्छी पहल की है उम्मीद की जानी चाहिए की बाक़ी prostitutes की  जिंदिगी को भी बेहतर बनाने के लिए कुछ और ठोस कदम उठाये जायेंगे ताकी उनकी जिंदिगी मुस्कुराहटो से भर सके और वो एक अच्छी जिंदिगी जी सके.
   
    अरशिया  ज़ैदी




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