सत्य मेव जयते...एक आम आदमी का टॉक शो
आज सन्डे है दिन के 9 बज रहे है ... और मुझे दिन के 11 बजने का इन्तिज़ार है दिन के 11 बजे ....यानी आमिर खान के साथ " सत्य मेव जयते " देखने का वक़्त...जिसका मुझे बेचैनी से इन्तिज़ार है.....सोच रही हूँ की आज आमिर खान किस मुद्दे पर अपने टॉक शो में बात करेंगे

सत्य मेव जयते को देख कर लगता है जैसे वो ज़माना वापस आ गया हो ,जब इतवार को दिन के 11 बजे, पूरा घर एक साथ बैठ महाभारत और रामायण टी वी सीरियल देखा करता था. तेलगु , कन्नड़ ,बंगाली , मलयालम जैसी दूसरी हिन्दुस्तानी भाषाओ में डब किया गया ये पहला ऐसा हिंदी रिअलिटी शो है जो प्राइवेट चैनल के साथ - साथ दूर दर्शन पर भी इतवार 11 बजे ही दिखाया जा रहा है. ताकी उसे भारत के सभी भाषाएँ बोलने और समझने वालो तक पहुचाया जा सके.

पिछले तीन एपीसोड़ में आमिर खान ने जो topic चुने और जिस तरह उन्हें positive approach के साथ conduct किया वो क़बीले तारीफ़ है...
6 मई 20 12 को सत्य मेव जयते के पहले एपीसोड़ में हिन्दुस्तान में तेज़ी से हो रहे female foeticide की शिकार औरतो की आप -बीती हम तक पहुचाई गयी .
और sting operation (2005) करने वाले पत्रकार श्रीपाल शेक्तावत और मीना शर्मा की बहादुरी को ना सिर्फ सराहा गया ....बल्कि सात साल से लटके उनके sting operation केस को फास्ट ट्रैक पर चलाने की गुजारिश भी की गयी... जिसे राजिस्थान के मु ख्य मंत्री अशोक गहलोत ने मान लिया
Female foeticide के खिलाफ छिड़ी इस मुहीम का अच्छा असर देश के कई शहरों में देखने को मिला, बड़ी तादाद में ऐसे maternity और sonography clinics के licenses रद्द कर किये जा रहे है जहां Female foeticide के केस हो रहे थे.
Female foeticide के खिलाफ छिड़ी इस मुहीम का अच्छा असर देश के कई शहरों में देखने को मिला, बड़ी तादाद में ऐसे maternity और sonography clinics के licenses रद्द कर किये जा रहे है जहां Female foeticide के केस हो रहे थे.
सत्य मेव जयते के दूसरे एपीसोड में आमिर खान ने एक ऐसे नाज़ुक मुद्दे को छुआ जिसे हम child sexual abuse कहते है, जिसके बारे में लोग आज भी बात करने से कतराते है .
इस एपीसोड़े में सिंड्रेला प्रकाश , हरीश अय्येर जैसे victim से मुलाक़ात करवाई गयी, जिन का बचपन child sex abuse के खौफ़ नाक अँधेरे में कहीं गुम हो गया था.
आखें खोलने वाले इस एपीसोड़ ने आम लोगो को child sex abuse के बारे न सिर्फ alert रहने की सीख दी बल्कि उन्हें इस सच्चाई से भी वाकिफ कराया ... की करीबी दोस्त और रिश्तेदारो पर भी नज़र रखना ज़रूरी है क्योकि ज़्यादा तर दोस्त और रिश्तेदार ही ऐसा कर बैठते है इसके अलावा आमिर खान ने बच्चो को sex abuse से

आखें खोलने वाले इस एपीसोड़ ने आम लोगो को child sex abuse के बारे न सिर्फ alert रहने की सीख दी बल्कि उन्हें इस सच्चाई से भी वाकिफ कराया ... की करीबी दोस्त और रिश्तेदारो पर भी नज़र रखना ज़रूरी है क्योकि ज़्यादा तर दोस्त और रिश्तेदार ही ऐसा कर बैठते है इसके अलावा आमिर खान ने बच्चो को sex abuse से
बचाने के लिए एक वर्क-शॉप की
और उन्हें good touch / bad touch
का फर्क समझाया ताकी बच्चे खुद को sex abuse से बचा सके .
और उन्हें good touch / bad touch

इस एपीसोड़ ने वो कर दिखाया ,जो अब तक नहीं हो सका था. हाल में ही लम्बे वक़्त से संसद में रुका हुआ Protection of children against sexual offences bill पास हो गया है जो वाक़ई बेहद ख़ुशी की बात है ,गौर तलब बात ये है की अब तक, हमारे देश में sex abuse को लेकर कोई कानून नहीं था.
अब लोग खुल कर रेडियो और मीडिया में child sex abuse के बारे में बात करने लगे है .बच्चो की हेल्प लाइन और NGO के पास भी अब बड़ी तादाद में मदद के लिए फ़ोन आ रहे है
अब लोग खुल कर रेडियो और मीडिया में child sex abuse के बारे में बात करने लगे है .बच्चो की हेल्प लाइन और NGO के पास भी अब बड़ी तादाद में मदद के लिए फ़ोन आ रहे है
स त्य मेव जयते के तीसरे एपीसोड़ में आमिर खान ने दहेज़ के side effect को आम जनता तक पहुचाया....... लेकिन कुछ अलग अंदाज़ से ...
उन्होंने
अपने शो में रानी त्रिपाठी जैसी लडकियों को बुलाया जिन्होंने "लोग क्या कहेंगे " इस बात की परवाह न करते हुए दहेज़ के खिलाफ अपने सुसराल वालो की dowry demands को रिकॉर्ड करके मीडिया और पब्लिक के सामने ला खड़ा किया, जिसमे उनके घर वालो ने उनका पूरा साथ दिया .

आमिर खान ने अँधेरे में रौशनी की किरण दिखाते हुए .. बुरहान पुर के "तंज़ीम खुद्दाम ए मिल्लत " कॉमुनिटी के मौसिम उम्मीदी से मुलाक़ात करवायी जो अपने शहर बुरहानपुर में नो बैंड... नो बाजा ... नो बरात का तरीका अमल में लाते हुए बिना दहेज़ और लेन -देन के, सादगी से शादियाँ करवा रहे है .... उनसे inspire होकर उनका पूरा शहर इस तरीके को अपना रहा है.
अरशिया ज़ैदी
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